खैरथल-तिजारा: राजस्थान के सुदूर गांव सिवाना से एक और होनहार युवा ने देशभर में क्षेत्र का नाम रोशन किया है। जितेंद्र कुमार, जो कि इंजीनियर पॉइंट स्कूल खैरथल के प्रतिभाशाली छात्र रह चुके हैं, ने UPSC 2024 (IAS परीक्षा) में 376 वीं रैंक हासिल कर सफलता की नई कहानी लिखी है।
जितेंद्र कुमार का प्रेरणादायक सफर
जितेंद्र कुमार, श्री सुरेंद्र कुमार के पुत्र हैं और उनकी माता जी सिवाना में ANM के पद पर कार्यरत हैं। ग्रामीण परिवेश में पले-बढ़े जितेंद्र ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सिवाना से की। उन्होंने 11वीं और 12वीं की शिक्षा इंजीनियर पॉइंट स्कूल से उत्तीर्ण की और फिर IIIT इलाहाबाद से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की।
नौकरी छोड़ी, सपना नहीं
इंजीनियरिंग के बाद जितेंद्र एक प्रतिष्ठित मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत रहे, लेकिन उनका सपना था – IAS अफसर बनना। अपने इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने बैंगलोर की नौकरी छोड़ दी और खुद को पूरी तरह UPSC की तैयारी में समर्पित कर दिया।
पहले ही प्रयास में हासिल की बड़ी सफलता
कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास के बल पर जितेंद्र ने पहले ही प्रयास में UPSC क्लियर कर दिखाया कि सपनों को अगर जुनून से जिया जाए तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं होती। उनकी यह उपलब्धि न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि पूरे खैरथल जिले और राजस्थान के लिए गर्व की बात है।
गांव से निकलकर दिल्ली दरबार तक
जितेंद्र की सफलता यह साबित करती है कि गांव का बेटा भी IAS बन सकता है, बशर्ते उसके इरादे मजबूत हों और मेहनत ईमानदार हो। आज जितेंद्र उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं जो संसाधनों की कमी के बावजूद बड़ा सपना देखने की हिम्मत रखते हैं।
माता-पिता का संघर्ष बना प्रेरणा
जितेंद्र की सफलता के पीछे उनके माता-पिता का योगदान भी कम नहीं रहा। उनके माता-पिता ने कठिन परिस्थितियों में भी उन्हें उच्च शिक्षा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यह सफलता उनके त्याग और आशीर्वाद का परिणाम है।