प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने प्रधान की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका आरोप है कि घटना के कई दिन बीत जाने के बावजूद अब तक प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे कर्मचारियों में भारी रोष है।
धरने के दौरान कर्मचारियों ने एकजुटता का परिचय देते हुए कहा कि यह केवल एक व्यक्ति पर हमला नहीं, बल्कि पूरे पंचायती राज तंत्र की गरिमा पर कुठाराघात है। उनका कहना है कि अगर आरोपी प्रधान के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई नहीं होती है, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा और इसे जिला स्तर पर ले जाया जाएगा।
वक्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यह सिर्फ सांकेतिक प्रदर्शन है, लेकिन अगर न्याय नहीं मिला तो सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे।
पंचायत समिति परिसर में हुए इस प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखी, लेकिन उनकी आंखों में व्यवस्था के प्रति अविश्वास और आक्रोश साफ झलक रहा था।