दिल्ली यूनिवर्सिटी के लक्ष्मीबाई कॉलेज की प्रिंसिपल द्वारा कॉलेज की दीवारों पर गोबर लगाने की घटना के बाद अब मामला और गरमा गया है। छात्रसंघ ने विरोध जताते हुए प्रिंसिपल के कमरे पर ही गोबर लगा दिया है।
प्रिंसिपल का कहना है कि दीवारों पर गोबर लगाना किसी अंधविश्वास का हिस्सा नहीं, बल्कि एक शोध परियोजना का हिस्सा है। यह प्रयोग पारंपरिक भारतीय तकनीकों का उपयोग करते हुए तापीय तनाव (हीट स्ट्रेस) को कम करने के उद्देश्य से किया गया था।
सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल हो चुका है, और इसे लेकर प्रतिक्रियाएं भी बंट गई हैं – कुछ लोग इसे भारतीय परंपराओं का वैज्ञानिक प्रयोग मान रहे हैं, तो कुछ इसे हास्यास्पद और अव्यवहारिक बता रहे हैं।
पूरा मामला अब चर्चा का विषय बन गया है – क्या यह वाकई नवाचार है, या छात्रों के भविष्य से खिलवाड़?