[कलेक्टर सभागार,खैरथल-तिजारा], 28 अप्रैल — जिले में विभिन्न विभागों की कार्य प्रगति की समीक्षा और आगामी आपदा प्रबंधन की तैयारियों के लिए सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला कलेक्टर किशोर कुमार ने की।
जन परिवादों के निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश
- कलेक्टर ने विभागों को निर्देशित किया कि संपर्क पोर्टल और एमपी/एमएलए रेफरेंस के तहत लंबित परिवादों का शीघ्र निस्तारण करें।
- 30 दिनों से अधिक लंबित प्रकरणों को प्राथमिकता से निपटाने पर जोर दिया गया।
- एवरेज डिस्पोजल टाइम कम कर आमजन को राहत पहुँचाने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश।
ग्रीष्मकालीन तैयारियां: बिजली और पानी आपूर्ति की सुचारू व्यवस्था
- गर्मी के मौसम को देखते हुए बिजली और पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
- जल संकटग्रस्त क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति की मॉनिटरिंग के आदेश उपखंड अधिकारियों को दिए गए।
- मनरेगा साइट्स का निरीक्षण कर कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के भी निर्देश।
आपदा प्रबंधन: जिले के लिए डिजास्टर प्लान तैयार होगा
- जिले में आपदाओं से निपटने के लिए एक समग्र डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान तैयार किया जाएगा।
- इसमें शामिल होंगे:
- आपदाओं का जोखिम आकलन
- रोकथाम के उपाय
- त्वरित प्रतिक्रिया रणनीति
- पुनर्वास योजना
- सभी विभागों को अपनी आपदा प्रबंधन कार्य योजना शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश।
मौसमी बीमारियों से बचाव के उपाय
- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) को मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु प्रभावी कदम उठाने के निर्देश।
- अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार और सरकारी योजनाओं के लाभ का प्रचार-प्रसार।
- झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध सख्त अभियान चलाने के भी निर्देश।
पीएम सूर्य घर योजना का प्रचार-प्रसार
- विद्युत निगम को "पीएम सूर्य घर योजना" का अधिक से अधिक प्रचार कर पात्र लोगों को लाभान्वित करने के निर्देश।
राज्यपाल दौरे की तैयारियों पर भी फोकस
- प्रस्तावित राज्यपाल दौरे को लेकर सभी तैयारियां समयबद्ध ढंग से पूरी करने के निर्देश।
बैठक में ये अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर शिवपाल जाट, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतनलाल भार्गव व अतुल साहू, कोषाधिकारी सुरेश कुमार बंसल, सहकारिता विभाग के वेद प्रकाश सैनी, सीएमएचओ अरविंद गेट तथा विद्युत, पीएचईडी, महिला एवं बाल विकास, पुलिस, कृषि, वन और शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
जिले में आपदा प्रबंधन के लिए एक सुनियोजित डिजास्टर प्लान तैयार किया जाएगा, जिससे आपदाओं के समय त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया दी जा सकेगी। साथ ही, ग्रीष्मकालीन समस्याओं और मौसमी बीमारियों से राहत देने के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं।