डिस्ट्रिक्ट जज प्रमोशन एग्जाम 2024: कोई भी नहीं निकला योग्य!
भारत की न्यायिक व्यवस्था में उस समय हलचल मच गई जब हाई कोर्ट द्वारा आयोजित डिस्ट्रिक्ट जज के प्रमोशन के लिए हुए लिमिटेड कॉम्पिटिटिव एग्जाम का रिजल्ट सामने आया और एक भी उम्मीदवार को उपयुक्त नहीं माना गया।
क्या है लिमिटेड कॉम्पिटिटिव एग्जाम?
यह कोई सामान्य भर्ती परीक्षा नहीं थी। लिमिटेड कॉम्पिटिटिव एग्जाम सिर्फ उन जजों के लिए होता है जो पहले से ही न्यायिक सेवा में कार्यरत हैं और जिनके पास कम से कम 5 साल का अनुभव है। इसका उद्देश्य होता है योग्य और अनुभवी जजों को अगली जिम्मेदारी यानी डिस्ट्रिक्ट जज के पद पर प्रमोट करना।
कितने उम्मीदवार और कितनी सीटें?
- परीक्षा की अधिसूचना 9 जुलाई 2024 को जारी हुई थी।
- केवल 99 सीनियर सिविल जज ही इस परीक्षा के लिए पात्र थे।
- परीक्षा 45 पदों के लिए आयोजित हुई थी:
- 16 पद वर्ष 2022-23 के लिए
- 4 पद 2023-24 के लिए
- 2 पद 2024-25 के लिए
रिजल्ट: सब फेल!
हाई कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोई भी उम्मीदवार डिस्ट्रिक्ट जज पद के लिए उपयुक्त नहीं पाया गया। यह स्थिति न सिर्फ चौंकाने वाली है, बल्कि यह हमारी न्यायिक प्रणाली की गुणवत्ता और तैयारी पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
क्या कहती है यह स्थिति?
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प्रशिक्षण में कमी:
यदि अनुभव रखने वाले अधिकारी भी मानकों पर खरे नहीं उतर पा रहे हैं, तो यह उनके प्रशिक्षण या मार्गदर्शन में कमी की ओर इशारा करता है। -
मूल्यांकन प्रणाली की कठोरता:
यह भी संभव है कि परीक्षा का स्तर इतना कठोर था कि अधिकांश उम्मीदवार पास नहीं हो पाए।
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न्यायपालिका में रिक्त पद:
इस रिजल्ट का मतलब है कि अब भी डिस्ट्रिक्ट जज जैसे अहम पद रिक्त रहेंगे, जिससे न्यायिक प्रक्रिया की रफ्तार और प्रभावशीलता पर असर पड़ सकता है।
चिंता का विषय:-
लिमिटेड कॉम्पिटिटिव एग्जाम 2024 के नतीजे ने न सिर्फ सीनियर सिविल जजों की योग्यता पर सवाल उठाए हैं, बल्कि न्यायिक व्यवस्था में मौजूद खामियों को भी उजागर किया है। जरूरी है कि इस पर गंभीर मंथन हो – ताकि भविष्य में योग्य और सक्षम अधिकारियों को ही उच्च पदों पर नियुक्त किया जा सके।
Sources: