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जयपुर में हथियारों के साथ पकड़े चार बदमाश गिरफ्तार, गहरी साजिश का खुलासा |
जयबीर सिंह (जयपुर)
जयपुर। शहर की सड़कों पर मौत का सामान लिए घूम रहे चार बदमाश पुलिस के शिकंजे में आ चुके हैं। हथियारों की इस बड़ी खेप के साथ हुई गिरफ्तारी ने शहर में सक्रिय अवैध हथियारों के नेटवर्क की पोल खोल दी है।पुलिस ने चार अलग-अलग जगहों पर कार्रवाई करते हुए इन अपराधियों को धर दबोचा। इनके पास से 5 देशी पिस्टल, एक 12 बोर बंदूक और 375 जिंदा कारतूस बरामद किए गए।
पहली गिरफ्तारी : मध्यप्रदेश से आई मौत की खेप
डीएसटी टीम को मुखबिर से खबर मिली कि बैनाड़ रोड के पास ममता होटल के सामने एक संदिग्ध व्यक्ति काले रंग की थैली लिए खड़ा है। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो उसने भागने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहा। तलाशी लेने पर उसकी थैली से तीन देशी पिस्टल, 50 जिंदा कारतूस और एक 12 बोर बंदूक बरामद हुई। पूछताछ में उसने अपना नाम उत्तम सिंह भदोरिया (22) बताया, जो मध्यप्रदेश के भिंड जिले का रहने वाला है। उसने कबूला कि ये हथियार उसने मध्यप्रदेश से जयपुर लाकर बेचे थे।
दूसरी गिरफ्तारी : ग्राहक भी हथियारबाज निकला
करधनी थाने को सूचना मिली कि डीमार्ट के पास एक युवक संदिग्ध हालत में घूम रहा है। पुलिस ने तत्काल घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। उसकी पहचान उत्सव कुमावत (20) के रूप में हुई। तलाशी में उसकी जेब से 13 जिंदा कारतूस मिले। पूछताछ में उसने बताया कि वह यह कारतूस उत्तम सिंह भदोरिया से खरीदकर लाया था।
तीसरी गिरफ्तारी : 300 जिंदा कारतूस के साथ दबोचा
राव इंटरनेशनल स्कूल के पास एक संदिग्ध व्यक्ति के हथियारों के साथ घूमने की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची और उसे हिरासत में ले लिया। तलाशी में उसके बैग से एक देशी पिस्टल और 300 जिंदा कारतूस मिले। उसने अपना नाम धर्म प्रताप सिंह जादौन (38) बताया और स्वीकार किया कि वह ये हथियार और कारतूस उत्तम सिंह भदोरिया से खरीद चुका था।
चौथी गिरफ्तारी : पेंट की जेब से निकली पिस्टल
206 बीघा पार्क के पास एक और संदिग्ध युवक पुलिस के हत्थे चढ़ा। तलाशी लेने पर उसकी पैंट की जेब में एक देशी पिस्टल और 10 जिंदा कारतूस मिले। उसने खुद को नेत्रपाल सिंह सैन (21) बताया और बताया कि वह भी हथियार उत्तम सिंह भदोरिया से लेकर आया था।
क्या है इस हथियार नेटवर्क का असली सच?
पूछताछ में सामने आया कि गिरफ्तार किए गए तीन आरोपी उत्तम सिंह भदोरिया से ही हथियार खरीद चुके थे। इसका मतलब है कि यह मामला सिर्फ व्यक्तिगत अपराधियों का नहीं, बल्कि किसी बड़े अवैध हथियार गिरोह का हिस्सा हो सकता है। पुलिस अब उत्तम सिंह भदोरिया से जुड़े अन्य नेटवर्क को खंगाल रही है।
जयपुर में अवैध हथियारों की बढ़ती सप्लाई
इस पूरी घटना ने जयपुर में हथियारों की तस्करी को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर इतनी बड़ी संख्या में हथियार और गोलियां शहर में कैसे पहुंच रही हैं? क्या इसके पीछे कोई बड़ा गैंग है? या फिर कोई संगठित गिरोह इस नेटवर्क को चला रहा है? पुलिस अब इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है।
क्या जयपुर अपराधियों के लिए हथियारों की मंडी बनता जा रहा है? यह एक ऐसा सवाल है, जिसका जवाब पुलिस और प्रशासन को जल्द से जल्द देना होगा।