कॉलेज से लौट रही एलएलबी छात्रा पर हमला, पुलिस पर निष्क्रियता के आरोप
खैरथल | जिले में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। एक एलएलबी छात्रा पर 25 मार्च को हुए हमले के मामले में पुलिस की निष्क्रियता को लेकर स्थानीय लोग और परिजन नाराज हैं। पीड़िता के परिवार का कहना है कि शिकायत के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं की गई, जबकि उन्हें पहले से धमकियां मिल रही थीं।
घटना का पूरा विवरण
18 वर्षीय कविता (बदला हुआ नाम), जो नीमराना के एक कॉलेज में एलएलबी प्रथम वर्ष की छात्रा है, रोज़ खैरथल से कारपूल में सहपाठियों के साथ कॉलेज जाती है। 25 मार्च की शाम 5:30 बजे, जब वह अंडरपास के पास घर लौट रही थी, तभी एक महिला और एक युवक ने अचानक हमला कर दिया।
छात्रा ने बताया कि -
"युवक ने बाल पकड़कर खींचा और महिला ने मुंह ढकने की कोशिश की। जब मैंने विरोध किया, तो उन्होंने गाली-गलौज और मारपीट की। मैं डरकर वहीं गिर गई, जिसके बाद वे भाग गए।"
घबराई छात्रा ने तुरंत परिजनों को सूचना दी, जिसके बाद परिवार उसे लेकर खैरथल थाने पहुंचा।
थाने में सुनवाई नहीं, परिजन का आरोप
छात्रा के पिता नरेंद्र सिंह का कहना है कि -
"हम दो घंटे तक थाने में बैठे रहे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अगले दिन 26 मार्च को भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। हमारी बेटी सदमे में है, लेकिन पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही।"
परिवार ने यह भी बताया कि -
"पिछले तीन-चार महीनों से हमें धमकियां मिल रही थीं। 15 दिन पहले भी अनजान नंबर से धमकी भरे फोन आए, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब इस हमले से पूरा परिवार डर में है।"
स्थानीय लोगों में आक्रोश, निष्पक्ष जांच की मांग
मामले को लेकर स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन भी नाराज हैं। गांव के कुछ प्रतिनिधियों और छात्र संगठनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पुलिस की प्रतिक्रिया
"शिकायत की जांच की जा रही है। हम सभी एंगल से मामले को देख रहे हैं और जल्द ही उचित कार्रवाई करेंगे।"
विरोध प्रदर्शन की चेतावनी
स्थानीय संगठनों ने यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो थाने के बाहर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।