जयपुर, रींगस। श्री श्याम परिवार ट्रस्ट पंजाब (रजि.) बुढलाडा, धायल हॉस्पिटल, रींगस, विवेकानंद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय, सीकर एवं श्री देवाराम धनसीराम यादव परिवार के संयुक्त तत्वावधान में 10 दिवसीय निःशुल्क अखण्ड भंडारा एवं चिकित्सा शिविर का भव्य शुभारंभ हुआ। श्रीदेवाराम-धनसीराम परिवार के डॉ एस पी यादव ने बताया कि सेवा और समर्पण की इस पहल का विधिवत उद्घाटन रींगस श्याम मंदिर महंत श्रीराम पुजारी, गौभक्त कमल दीदी, सुनील धायल, डॉ. रामलाल ओला, सोमनाथ सिंगला, महेश अग्रवाल, आशीष मित्तल, डॉ. त्रिभुवन नाथ, सचिन एस. पी. यादव सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया गया।
श्री श्याम परिवार ट्रस्ट पंजाब द्वारा आयोजित यह 26वां निःशुल्क भंडारा है, जिसमें भक्तों के लिए भोजन प्रसादी, ठहरने एवं अन्य सुविधाओं की विशेष व्यवस्था की गई है। 2 मार्च से प्रारंभ इस शिविर में अब तक लाखों श्रद्धालु भंडारे एवं चिकित्सा सेवाओं का लाभ प्राप्त कर चुके हैं। शिविर में आने वाले भक्तों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधाएँ, दवाइयाँ एवं प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से उपचार की सुविधा दी जा रही है। रींगस से 4 किलोमीटर आगे बुढलाना पंजाब वालों के भंडारे में भी चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं, जहाँ अनुभवी चिकित्सकों की टीम भक्तों की सेवा में समर्पित है।
धायल हॉस्पिटल की ओर से अवतार यादव, चरण सिंह, महेश मील एवं आकाश शर्मा अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। चिकित्सा शिविर में डॉ. राकेश यादव, डॉ. दिनेश साई, डॉ. भारत शर्मा, विशाल जांगिड़ एवं विवेकानंद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय, सीकर से डॉ. त्रिभुवन नाथ श्रीवास्तव, डॉ. श्याम सुंदर, डॉ. भीमेश शुक्ल, डॉ. सुनील, डॉ. महेंद्र, डॉ. शिवम, डॉ. रजत, डॉ. पूजा, डॉ. अंकिता, डॉ. भारती सहित अन्य चिकित्सक अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, हर्षिता, भारती जैन, सोनू, मोनिका, रश्मि, भूमिका, रितिका, चंद्रवर्धन, अमन, मंजीत एवं इशांत जैसे स्वयंसेवक भी इस सेवा कार्य में योगदान दे रहे हैं।
यह आयोजन समाज सेवा, समर्पण और मानवता की भावना को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। श्री श्याम परिवार ट्रस्ट पंजाब एवं अन्य सहयोगी संस्थानों की इस पहल से लाखों भक्त लाभान्वित हो रहे हैं। भविष्य में इस सेवा कार्य को और अधिक व्यापक स्तर पर संचालित करने की योजना बनाई जा रही है, जिससे अधिक से अधिक लोगों को सहायता मिल सके।