REET परीक्षा में ब्राह्मण छात्रों से उतरवाया जनेऊ, डूंगरपुर में भारी हंगामा

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REET परीक्षा में ब्राह्मण छात्रों से उतरवाया जनेऊ, डूंगरपुर में भारी हंगामा

राजस्थान में आयोजित REET (Rajasthan Eligibility Examination for Teachers) परीक्षा के दौरान डूंगरपुर जिले के पुनाली परीक्षा केंद्र पर एक विवाद खड़ा हो गया। परीक्षा में शामिल होने आए कुछ ब्राह्मण अभ्यर्थियों से सुरक्षा जांच के दौरान उनका जनेऊ उतरवाने की बात कही गई। इस घटना के बाद परीक्षा केंद्र पर भारी हंगामा हुआ और ब्राह्मण समाज में आक्रोश फैल गया।


क्या है पूरा मामला?

रविवार को राजस्थान में लाखों अभ्यर्थियों ने REET परीक्षा दी। परीक्षा में नकल रोकने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। इसी दौरान डूंगरपुर जिले के पुनाली परीक्षा केंद्र पर जांच कर रहे सुरक्षाकर्मियों ने एक ब्राह्मण छात्र से उसका जनेऊ हटाने को कहा। छात्र ने इसका विरोध किया और बताया कि जनेऊ उसकी धार्मिक परंपरा का हिस्सा है, जिसका परीक्षा में नकल से कोई संबंध नहीं है।

हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने इसे परीक्षा के नियमों का हवाला देते हुए उतरवा दिया। जब यह खबर अन्य अभ्यर्थियों और समाज के लोगों तक पहुंची, तो हंगामा बढ़ गया।


समाज में आक्रोश, जांच की मांग

इस घटना के बाद ब्राह्मण समाज के लोगों ने कड़ी नाराजगी जाहिर की और प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। समाज के नेताओं ने कहा कि जनेऊ हिंदू धर्म में पवित्र धागा माना जाता है, जिसे ब्राह्मण जाति के पुरुष धारण करते हैं। इसे जबरन उतरवाना न केवल धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला कार्य है बल्कि यह संविधान द्वारा प्रदत्त धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का भी उल्लंघन है।

ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधियों का कहना है कि परीक्षा में सुरक्षा जरूरी है, लेकिन धार्मिक आस्थाओं के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए। अगर किसी के पास कोई आपत्तिजनक सामग्री मिलती है तो जांच होनी चाहिए, लेकिन किसी की आस्था से जुड़े चिन्हों को जबरन हटाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।


पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया

मामले पर जिला प्रशासन और परीक्षा आयोजन समिति की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने बताया कि परीक्षा में सख्त नियम लागू किए गए थे ताकि नकल पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह घटना एक गलतफहमी के कारण हुई हो सकती है। अगर किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं तो इसकी जांच की जाएगी और दोषियों पर उचित कार्रवाई होगी।


पिछले मामलों की कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है

REET परीक्षा में पहले भी सख्त जांच को लेकर विवाद होते रहे हैं। पिछले वर्षों में कई जगहों पर परीक्षार्थियों से उनके मंगलसूत्र, अंगूठी, चूड़ियां और यहां तक कि जींस और शर्ट तक उतरवाई गई थीं। प्रशासन का कहना था कि यह कदम नकल को रोकने के लिए उठाए गए थे, लेकिन कई बार ऐसे नियमों पर सवाल उठाए जाते रहे हैं।


समाज ने दी आंदोलन की चेतावनी

घटना के बाद ब्राह्मण समाज के कई संगठनों ने विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। उन्होंने मांग की है कि परीक्षा केंद्र पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसका आश्वासन दिया जाए।


REET परीक्षा में नकल रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाने चाहिए, लेकिन इसके नाम पर धार्मिक आस्थाओं का अनादर नहीं होना चाहिए। डूंगरपुर की इस घटना ने एक बार फिर परीक्षा प्रणाली में अपनाई जाने वाली जांच-प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन को इस मामले की निष्पक्ष जांच कर आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति न उत्पन्न हो।

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