थाने लाई गई महिला का साफ आरोप है कि , पुलिस जांच के नाम पर उसे रात को ही खेतों में ले गई और उसके साथ कई पुलिस वालों ने बलात्कार किया।
हमारे कार्यकर्ता कल से ही इस दलित महिला की ओर से शिकायत दर्ज करवाने की कोशिश कर रहे है, लेकिन अभी तक ना तो शिकायत दर्ज की गई है और ना ही डॉक्टरी मुआयना करवाया गया है। अभी थोड़ी देर पहले बिना जांच के पीड़ित महिला की हॉस्पिटल से छुट्टी कर दी गई है।
इस विषय में मेरी बूंदी जिला SP से भी फोन पर वार्ता हुई, लेकिन उन्होंने इस महिला के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए फोन काट दिया । जबकि हम मामले में निष्पक्ष जांच चाहते है। आखिर पुलिस को इस महिला का डाक्टरी मुआयना करवाने में दिक्कत क्या है ?