खैरथल-तिजारा, जिले के किशनगढ़बास क्षेत्र के बृसंगपुर गांव के जंगलों में गोकशी का एक और मामला सामने आया है। बुधवार शाम को गायों की खाल और अवशेष मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस ने गोवंश अधिनियम के तहत अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस
थानाधिकारी जितेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि बुधवार शाम करीब 4 बजे ग्रामीणों से जंगल में गोकशी की सूचना मिली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर करीब चार-पांच दिन पुरानी गाय की खाल और अवशेष बरामद किए। पशु चिकित्सा अधिकारी को बुलाकर अवशेषों का पोस्टमार्टम कराया गया। जितेंद्र सिंह ने कहा कि अपराधियों की पहचान कर जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल का आक्रोश
गुरुवार को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की टीम मौके पर पहुंची। विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष प्रहलाद छंगानी, खैरथल सीमा बाई गौशाला के राजू गुर्जर, हरीश नगर, डॉ. प्रमोद चौधरी, मोहित गुर्जर, विजेंद्र गुर्जर, और विश्व हिंदू परिषद के प्रखंड मंत्री दीपेश शर्मा ने अवशेष देखे और पुलिस व प्रशासन की कार्यशैली पर कड़ी नाराजगी जताई।
प्रहलाद छंगानी ने कहा, “यह घटना प्रशासन की लापरवाही का परिणाम है। हम जिला कलेक्टर किशोर कुमार और एसपी मनीष कुमार चौधरी से मिलकर मांग करेंगे कि दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर इस तरह की घटनाओं पर सख्ती से रोक लगाई जाए।”
गौरतलब है कि फरवरी 2024 में इसी क्षेत्र के बृसंगपुर रुंध गिदावड़े में अवैध बीफ मंडी का बड़ा खुलासा हुआ था। उस समय तत्कालीन आईजी उमेश चंद्र दत्ता ने मौके पर पहुंचकर दोषियों की पहचान की थी और अतिक्रमण कर खेती कर रहे लोगों को हटाया गया था। हालांकि, प्रशासन द्वारा घोषित गोशाला आज तक नहीं बन पाई और पुलिस चौकी का संचालन भी कमजोर है।ग्रामीणों का कहना है कि जंगलों में अतिक्रमण और गोकशी जैसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हरे पेड़ों की कटाई और गोवंशों के अवशेष मिलने से प्रशासन की लापरवाही उजागर हो रही है।ग्रामीणों और संगठनों ने मांग की है कि जंगल में अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए पुलिस और प्रशासन तुरंत कार्रवाई करें। क्षेत्र के लोग आशंकित हैं कि यदि कठोर कदम नहीं उठाए गए, तो ऐसी घटनाएं और बढ़ेंगी।