सुरेश कुमार तंवर ईसापुर नई दिल्ली: दिल्ली में बुजुर्गों के अधिकार हेतु दिल्ली के बुजुर्ग भूखहड़ताल करने पर मजबूर हो चुके हैं दिल्ली की वर्तमान सरकार बुजुर्गों के अधिकारों को छीनने का कार्य कर रही है।
पिछले 6 वर्ष से पेंशन के लिए नए आवेदन आमंत्रित नही करवाये गए है जो की सीनियर सिटीजन के साथ बहुत बड़ा अन्याय है जीवन के इस आखरी पड़ाव में बुजुर्गों एक ही सहारा होता है पेंशन अगर उन्हें पेंशन नही मिलती है तो उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
बुजुर्गों के अधिकार उनके जीवन की गरिमा और उनके कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। भारत और दुनिया भर में बुजुर्गों के अधिकारों को मान्यता देने और संरक्षित करने के लिए कई कानून और सामाजिक कार्यक्रम बनाए गए हैं।
क्या हैं बुजुर्गों के अधिकार व सरकार की जिम्मेदारी
बुजुर्गों के प्रमुख अधिकार:
1. सम्मान और गरिमा का अधिकार
बुजुर्गों को उनके परिवार और समाज द्वारा सम्मान और गरिमा के साथ व्यवहार किया जाना चाहिए।
2. आर्थिक सुरक्षा का अधिकार
बुजुर्गों को पेंशन, सेविंग्स, और अन्य वित्तीय सहायता प्राप्त करने का अधिकार है।
3. स्वास्थ्य सेवाओं का अधिकार
मुफ्त या रियायती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं, बुजुर्गों के लिए सरकारी अस्पतालों में विशेष सुविधाएं उपलब्ध हैं।
4. आवास का अधिकार
सुरक्षित और अनुकूल माहौल में रहने का अधिकार, सरकार और सामाजिक संस्थाएं वृद्धाश्रम जैसी सुविधाएं प्रदान करती हैं।
5. कानूनी संरक्षण का अधिकार
कानून उन्हें किसी भी प्रकार के शोषण, हिंसा या दुर्व्यवहार से बचाने के लिए सहायता प्रदान करता है।
6. सामाजिक सहभागिता का अधिकार
समाज में सक्रिय रूप से भाग लेने और अपनी राय प्रकट करने का अधिकार उनके अनुभवों और ज्ञान को महत्व दिया जाना चाहिए।
7. सूचना और जागरूकता का अधिकार
बुजुर्गों को उनके अधिकारों, योजनाओं, और सेवाओं के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए।