गोधरा कांड 2002 में गुजरात में हुआ था, जिसमें 59 हिंदू यात्रियों की मौत हो गई थी। इसके बाद गुजरात में बड़े पैमाने पर दंगे हुए थे, जिसमें कई लोग मारे गए थे।
राजस्थान सरकार के इस निर्णय के पीछे का कारण यह है कि गोधरा कांड को इतिहास की पुस्तकों में पढ़ाने से छात्रों में धार्मिक और सामाजिक तनाव पैदा हो सकता है। सरकार का मानना है कि छात्रों को ऐसे विषयों से दूर रखा जाना चाहिए जो उन्हें धार्मिक और सामाजिक रूप से विभाजित कर सकते हैं।
हालांकि, विपक्षी दलों ने इस निर्णय की आलोचना की है, कहा है कि यह इतिहास को बदलने का प्रयास है और छात्रों को सच्चाई से दूर रखने का प्रयास है।