इलेक्टोरल बॉन्ड का महाकाव्य ताम्रपत्र पर लिख रखा है: SupriyaShrinte
पर अब उसको सार्वजनिक करने का आदेश आ चुका है - नाम तो बताने होंगे
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि कल मतलब 12 मार्च तक SBI को 👇🏼बताना होगा:
1. किस डोनर ने कितने के बॉण्ड ख़रीदे उनके नाम
2. राजनीतिक पार्टियों ने कितने के बॉण्ड भुनाये
असल में तो SC का यह कहना कि SBI को बॉण्ड के खरीदार को राजनीतिक दल से जोड़ने की जरूरत नहीं है - BJP के लिए बड़ी राहत है
पर सोचिए 70 साल की पाई-पाई का हिसाब मांगने वाले की इलेक्टोरल बॉन्ड का हिसाब देने में हवा इतनी टाईट क्यों है?